आउटर रिंग: कच्चीदरगाह- सकलपुर- डुमरी- दौलतपुर- चंडासी- रसुलपुर- जटडुमरी- नौबतपुर- कन्हौली (बिहटा)- कोइलवर-कुल्हरिया- डोरीगंज- दिघवारा- सुलतानपुर- पासवान चौक- चक सिकन्दर- कायम गांव- गोविन्दपुर- बाजितपुर- तिनपैरिया टोला- कच्ची दरगाह
इनररिंग: कच्चीदरगाह- मिर्जापुर- फतेहपुर- गौरीचक- पुनपुन नेवारोड बभनपुरा- भुसौला- पटना एम्स दीघा एलिवेटेड रोड- गंगा पथ- कच्ची दरगाह
जैसे टेम्स किनारे बसा है लंदन, वैसे ही पुनपुन नदी की दोनों ओर बसेगा पटना
राज्य मंत्रिमंडल ने गुरुवार को पटना मास्टर प्लान 2031 पर मुहर लगा दी। इसके साथ ही पिछले पांच साल से चल रही प्रक्रिया पूरी हो गई। पिछले सोमवार को पटना मेट्रोपोलिटन कमेटी ने मास्टर प्लान को मंजूरी दी थी। गुरुवार को इसको कैबिनेट के समक्ष पेश किया गया था। मास्टर प्लान के अस्तित्व में आने के बाद 16 सितंबर से राजधानी में 20 हजार वर्गमीटर से ज्यादा क्षेत्रफल के निर्माण पर एनजीटी की रोक हट जाएगी।
मास्टरप्लान की मंजूरी के बाद अब जोनल डेवलपमेंट प्लान तैयार किया जाएगा।
कैबिनेट विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने बताया कि मास्टर प्लान के लागू होने के बाद पटना प्लानिंग एरिया का क्षेत्रफल 114 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 1167.04 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा। इसमें पटना नगर निगम, दानापुर, खगौल नगर परिषद, फतुहा नगर पंचायत, नौबतपुर और मनेर नगर पंचायत के अलावा 13 प्रखंडों की 575 पंचायतों को शामिल किया गया है। पूरब में फतुहा, पश्चिम में बिहटा, उत्तर में गंगा और दक्षिण में मसौढ़ी तक पटना मास्टर प्लान का इलाका होगा। नए मास्टर प्लान के अनुसार, प्लानिंग एरिया के 48 फीसदी हिस्से को विकसित किया जाएगा, जबकि 52 फीसदी क्षेत्रफल नदी, नहर, तालाब के अलावा ऐतिहासिक स्थल, सैनिक छावनी, कृषि और वन के लिए आरक्षित रहेगा। मास्टर प्लान के पहले ड्राफ्ट को 2014 में मंजूरी दी गई। 19 अक्टूबर, 2014 को पब्लिक डोमेन में डाला गया। इस दौरान 721 आपत्तियां आईं, जिसका निराकरण किया गया। प्रधान सचिव ने बताया कि 2021 में पटना प्लानिंग एरिया की आबादी 48.5 लाख होगी, जबकि 2031 में यह बढ़कर 60.2 लाख हो जाएगी। इसमें 81 फीसदी शहरी और 19 फीसदी ग्रामीण आबादी होगी।
ड्राफ्ट मास्टर प्लान पर रिंग रोड का बना है एलाइनमेंट
पटनाके ड्राफ्ट मास्टर प्लान का अध्ययन कर ही पटना रिंग रोड का फाइनल एलाइनमेंट स्वीकृत होगा। पूरे शहर को रिंग रोड नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। गंगा के किनारे बनने वाले गंगा एक्सप्रेस वे और एम्स-दीघा एलिवेटेड भी रिंग रोड से जुड़ेंगे।आरा-छपरा सेतु, दीघा सेतु और कच्ची दरगाह-विदुपुर सेतु भी इससे जुड़ेंगे।
इनर और आउटर दो तरह के रिंग रोड पर हुआ मंथन
पटनाके मास्टर प्लान को हरी झंडी मिलने के बाद दिल्ली एनसीआर की तरह पटना एससीआर बनाने का रास्ता साफ हो गया है। दिल्ली आउटर रिंग रोड की तर्ज पर पटना रिंग रोड का एलाइनमेंट बनाने की योजना है। इससे तीनों जिलों सारण, वैशाली और आरा की सूरत बदल जायेगी।